Premanand Ji Maharaj Controversy 2025: विवादित बयान और हालिया घटनाएं

वृंदावन के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद जी महाराज पिछले कुछ वर्षों में भक्तों के हृदय में अपना विशेष स्थान बनाए हुए हैं। उनके भक्त उन्हें श्रद्धा और आध्यात्मिक मार्गदर्शन का स्रोत मानते हैं। हाल ही में वे विभिन्न घटनाओं और सोशल मीडिया विवादों में मुख्य भूमिका निभाते दिखाई दिए हैं।

  1. हाल की घटनाएं और विवाद

Premanand Ji Maharaj Viral Video: महिला पवित्रता बयान पर मचा बवाल

एक वायरल वीडियो में उन्होंने कहा कि “अब 100 में से सिर्फ 2–4 लड़कियां ही पवित्र हैं, बाकी बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड में उलझी हैं”, और जो युवक चार महिलाओं के साथ संबंध रखता है, वह अपनी पत्नी से संतुष्ट नहीं रह सकता। यह बयान इंटरनेट पर तीखी प्रतिक्रिया का केंद्र बना—कई लोग इसे भड़काऊ और स्त्री-निरस्तिकारी मानते हैं, जबकि कुछ ने इसे आधुनिक मूल्यों पर चिंता जताने वाला व्यंग्य बताया है DNP India
कुछ समर्थकों ने कहा कि वायरल क्लिप्स काट-छांटकर प्रसारित किए गए हैं और पूरा संदेश देखने की अपील की गई ABP Live

Vrindavan Padyatra विवाद: Premanand Ji Maharaj पर स्थानीय लोगों की नाराजगी

वृंदावन में उनकी रात में होने वाली पदयात्रा (पदयात्रा) ने स्थानीय निवासियों की नींद और सुरक्षा पर प्रभाव डाला। हाल के विरोध और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के चलते गुरुवार को यह पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई Navbharat Times
सोशल मीडिया पर एक उपयोगकर्ता ने लिखा:

“…भक्तों का बजा-धमाका और पटाखे रात 2 बजे होते हैं… यही परेशानी है…” Reddit

  1. c) हादसा टलता रह गया

8 मई को एक पदयात्रा के दौरान स्वागत के लिए लगाए गए भारी लोहे का संरचनात्मक ढांचा अचानक गिरने लगा, लेकिन श्रद्धालुओं और आयोजकों ने समय रहते उसे संभाल लिया—जिससे कोई हानी नहीं हुई Navbharat Times

  1. d) डीपफेक वीडियो का शिकार

अप्रैल में सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज की आवाज और चेहरा उपयोग करते हुए डीपफेक वीडियो वायरल होने लगे। ये वीडियो आर्थिक और व्यावसायिक प्रचार सामग्री के रूप में पेश किए गए, जिससे आश्रम ने सार्वजनिक रूप से चेतावनी जारी कर लोगों से इन्हें न फैलाने का अनुरोध किया India TV News

  1. e) सेलिब्रिटीज़ से मुलाकात

मेल-जोल के अनुभव साझा करते हुए, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले व विराट कोहली और अनुष्का शर्मा को सलाह दी कि धनदौलत सफलता नहीं है, आत्मनिरीक्षण और आध्यात्मिकता ही सच्ची शांति लाती है The Economic Times

  1. सामाजिक प्रतिध्वनि और प्रतिक्रियाएं
  • समर्थन: कई लोगों ने प्रेमानंद जी को गलत तरीके से प्रस्तुत बताया और मीडिया पर कट्टरता व ‘क्लिपिंग’ का आरोप लगाया ABP Live
  • प्रत्ययवाद: स्थानीय लोग और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने पदयात्रा के समय होने वाले शोर और सुरक्षा जोखिमों को लेकर उपेक्षा का आरोप लगाया Reddit
  • सोशल मीडिया पर भावनात्मक प्रतिक्रिया: डीपफेक वीडियो के प्रसार ने भक्तों को आहत किया और आश्रम ने उनका विश्वास बनाए रखने के लिए समर्पण का संदेश जिस hashtags (जैसे #WeStandWithPremanandJi) के साथ दिया गया insightfulpost.com
  1. संतुलन तलाशना और आगे का मार्ग

प्रेमानंद माहात्म्य एकष्ठ है—एक ओर वे आध्यात्मिक शांति और मानवीय मूल्यों पर जोर रखते हैं; दूसरी ओर, कुछ उनके प्रमुख चर्चित बयानों या आयोजनों को विवाद में बदल देते हैं।
इन हालातों में:

  • स्पष्ट संवाद, माध्यमिक संदर्भ में बयान देना, और
  • स्थानीय समुदाय की चिंता सुनना ज़रूरी है।

संत की प्रतिष्ठा और मकसद को बनाए रखते हुए, आश्रम और गुरु को समुदाय और सामाजिक संवाद के रास्ते खोलने की आवश्यकता है।

प्रेमानंद जी महाराज की छवि एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में रही है, लेकिन हालिया विवादों ने उनकी लोकप्रियता को नई चुनौती दी है—चाहे वह विवादित बयान हों, डीपफेक फैलाव, या स्थानीय असुविधा। सभी पहलुओं का संतुलित लेखा-जोखा हमें बताता है कि आधुनिक मीडिया और समुदाय की बदलती अपेक्षाओं में संत समाज को अपनी संवाद शैली में संवेदनशीलता लानी होगी। भविष्य में उनके अनुयायियों और आश्रम को अतिव्यापी आलोचनात्मक दृष्टिकोण के बजाय समझ और सहयोग बनाए रखना चाहिए।

 

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